अक्सर आप लोग अपनी मम्मी, दादी व नानी से सुनते आ रहे हैं। कि इस मिठाई के लिए एक तार की चाशनी बनानी चाहिए उस मिठाई के लिए दो की तार चाशनी बनानी चाहिए। तो ऐसे में आप लोग बहुत ज़्यादा Confuse हो जाते होंगे कि आखिर चाशनी में अंतर क्या होता है बनानी तो आखिर मिठाई ही है। तो आज हम आपको बताते हैं एक, दो और तीन तार की चाशनी बनाने का एकदम परफेक्ट तरीका क्या है।
टिप्स
चाशनी बनाने के लिए ज़रूरी सामग्री – chashni recipe
- चीनी = दो कटोरी
- पानी = एक कटोरी
- छोटी इलायची पावडर = चार अदद
- फिटकरी एक चुटकी या एक बड़ा चम्मच दूध
विधि – how to make chashni
चाशनी बनाने के लिए मीडियम गैस पर एक भगोने में चीनी और पानी दोनों को एक साथ डालकर उबालने के लिए रख दें। जब इस मिश्रण में उबाल आ जाए तो फिर इसमें एक चुटकी फिटकरी डाल दें। अगर आपके पास फिटकरी नहीं है तो फिर आप एक से दो चम्मच दूध भी डाल सकती हैं।
दूध या फिटकरी मिलाने से चाशनी का कलर एकदम साफ आता है। और ऐसा करने से चीनी या गुड़ की सारी गंदगी ऊपर झाग के रूप में तैरने लगती है जिसे चम्मच या फिर छलनी से आसानी से निकाला जा सकता है। अच्छी व बढ़िया चाशनी पकाने के लिए मीडियम गैस पर करीब दस मिनट तक चशनी को पकाना चाहिए।
ऐसे बनाएं एक तार वाली चाशनी
हमारी एक तार की चाशनी बनकर तैयार हो चुकी है या फिर नहीं इसको चेक करने के लिए चम्मच से दो बूंद चाशनी को एक कटोरी में निकाल लें। और उंगली व अंगूठे के बीच रखकर चिपकाए अगर आपकी चाशनी में एक तार बनने लगा है तो आपकी एक तार की चाशनी बन चुकी है।
एक तार की चाशनी बनाने के लिए 220-222 डि फा. या 104 -105 डि सें तक तापमान तक चाशनी को बना कर तैयार कर लें।
दो तार वाली चाशनी बनाने का सही तरीका
दो तार की चाशनी बनाने के लिए आप इसी चाशनी को करीब पांच मिनट तक और पका लें। और फिर चेक करें दो बूंद चाशनी को उंगली व अंगूठे के बीच रखकर चिपकाएं अगर इसमें दो तार बनने लगे या फिर चाशनी की तार थोड़ी मोटी हो जाएँ तो आपकी दो तार की चाशनी बनकर तैयार।
दो तार की चाशनी के लिए केन्डी थर्मामीटर तापमान 235-240 डि फा./ 112- 115 डि. से. होना चाहिए।
तीन तार वाली चाशनी पहचानने का सही तरीका
3 तार की चाशनी बनाने के लिए इस चाशनी को करीब पांच मिनट तक और पकाएं और फिर इसको जाँच लें। अगर इसमें 3 तार बनने लगे या फिर उंगली व अंगूठे के बीच बनने वाली तार बहुत मोटी हो गई हो तो समझ जाएं तीन तार की चाशनी बनकर तैयार है।
तीनों तरह की चाशनी को छलनी से छानकर बाउल में निकाल लें। अब इस चाशनी में छोटी इलायची पाउडर डाल दें। अगर आप चाहें तो इसमें केसर भी डाल सकते हैं छोटी इलायची को आप चाशनी बनते समय भी डाल सकते है।
तीन तार की चाशनी बनाने के लिए केन्डी थर्मामीटर तापमान ,250-265 डि. फा./ 125- 130 डि. से. होना चाहिए।
किन-किन मिठाइयों में होता है एक, दो और तीन तार की चाशनी का प्रयोग
एक तार की चाशनी का इस्तेमाल होता है
गुलाब जामुन, काला जामुन, जलेबी, मीठी बूंदी, इमरती और शाही टोस्ट को बनाने के लिए किया जाता है।
दो तार वाली चाशनी का प्रयोग
गुझिया, मठरी व शक्करपारे-खुरमा बनाने के लिए किया जाता है।
तीन तार वाली चाशनी का इस्तेमाल इन मिठाइयों में होता है
बर्फी, बूरा, बताशे, इलाइची दाने वगेरह बनाने के लिए 3 तार की चाशनी का प्रयोग किया जाता है।