Homemade Tamarind Pulp अगर हम घर में पहले से ही इमली का पल्प बनाकर रख लें। तो फिर हम कभी भी फटाफट से सांबर, छोले, दही बड़े या कोई भी चटनी बनाकर तैयार कर सकते है।
आज में आपके साथ इमली का पल्प या इमली का पेस्ट बनाने की रेसिपी शेयर कर रही हूँ। इसे आप तीन से चार महीने तक फ्रिज में स्टोर कर सकते है।
आवश्यक सामग्री – Ingredients for tamarind pulp
इमली = 200 ग्राम
विधि – How to make Homemade Tamarind Pulp
आजकल मार्केट में बिना बीज की इमली आती है। और इसमें हमे बीज निकालने की ज़रूरत नहीं पड़ती इमली को छोटा-छोटा तोड़कर दो कप गर्म पानी में दो से तीन घंटे के लिए भिगो कर रख दें।
तय समय बाद भीग कर फूली हुई इमली को हाथ से पांच मिनट तक अच्छे से मैश करते हुए पल्प को फाइबर से अलग कर दें। फिर फाइबर को निकालकर अलग प्लेट में रख दें और पल्प को छलनी से छान कर बाउल में डाल दें।
अब चम्मच से दबा-दबाकर पल्प को छान लें और फिर हाथ से दबा-दबाकर फाइबर को इमली के पल्प से अलग कर दें। और छलनी में जो गाढ़ा पल्प बच जाएं उसे हाथ से छलनी के चारों तरफ घुमा-घुमाकर दबाते हुए निकाल दें।
छलनी से बचे हुए फाइबर को निकाल दें और छलनी के नीचे लगे हुए पल्प को ऊँगली से पोंछकर प्याले में कर दें। अब इस पल्प को लंबे टाइम तक इस्तेमाल करने के लिए इसे और गाढ़ा कर लें।
इसे और ज़्यादा गाढ़ा करने के लिए पल्प को पैन में डालें और मीडियम गैस पर बराबर चलाते हुए पकाएं। अगर आपको लगे कि इसमें से छींटे निकल रही है तो गैस को कम दें।
जब पल्प गाढ़ा हो जाएं तो इसे चम्मच से पैन में ही गिराकर देखे। अगर ये थक्के की तरह से गिर रहा है तो समझ जाएं हमारा इमली का पल्प बनकर तैयार है। गैस को बंद कर दें और पल्प को ठंडा होने के लिए रख दें पल्प को किसी बाउल में निकाल लें।
जब इमली का पल्प अच्छी तरह से ठंडा हो जाएं तो फिर इसे एअर टाइट कन्टेनर में भरकर फ्रिज में रख दें। अब इस पल्प को आप तीन महीने तक रख कर इसका प्रयोग कर सकते है।
जब भी कभी आपको चटनी, सांबर या किसी भी चीज़ को बनाने के लिए इमली के पल्प की ज़रूरत पड़ें तो कन्टेनर से निकालें और इसका प्रयोग करें।